सोमवार, अगस्त 27, 2012

खेल संस्कृति का हिस्सा

  खेल संस्कृति का हिस्सा हैं। कृष्ण का यमुना किनारे गेंदगड़ा खेलना और ग्रीस में ओलंपिक के आयोजन दुनिया में प्राचीन खेल परंपराओं के सबसे अच्छे उदारहण हैं। बदलते वक्त के साथ अन्य खेल भी इसमें जुड़े और लोकप्रिय हुए हैं। क्रिकेट ऐसा ही एक खेल बन चुका है। देश का बच्चा-बच्चा क्रिकेट को खेलता है। जब भारत क्रिकेट का कोई मैच जीता है तो हर शहर और गांव के लिए खबर बन जाती है। यही कारण है कि अब देश की राष्ट्रीय टीम ही नहीं, किशोर युवाओं की टीम जीतती है तो देश में जीत का एक भाव जन्म लेता है। आईसीसी अंडर-19 टीम के विश्वकप फाइनल में देश के जांबाज किशोर क्रिकेटरों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए  चौथी बार अपनी जगह बनाई है। ओपनर प्रशांत चोपड़ा के अर्धशतक और बाबा अपराजित की शानदार बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजों के जोरदार प्रयास की बदौलत भारत ने अंडर-19 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड  को नौ रनों से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। फाइनल का खिताब हासिल करने के लिए भारत को मेजबान आॅस्ट्रेलिया का सामना करना होगा और उसे हराना भी होगा। टोनी आयरलैंड स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारत ने हर क्षेत्र में कमाल का खेल दिखाया। भारतीयों का क्रिकेट दुनिया के लोग भी पसंद करते हैं। इसकी लोकप्रियता के कई कारण हो सकते हैं लेकिन मुख्य कारण तो यही है कि हमारे बच्चे इसे गली कूचों ही नहीं दो कारों के बीच जगह मिलने पर भी   खेल लेते हैं।
सेमीफाइलन की जीत भी रोमांचक रही। पहले धीमी बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवर में नौ विकेट पर 209 रन बनाए। भारत की तरफ से चोपड़ा के अलावा अपराजित ने 44 और कप्तान उन्मुक्त चांद ने 31 रनों का योगदान दिया। जवाब में न्यूजीलैंड कैम फ्लेचर (53 रन) के अर्धशतक के बावजूद 50 ओवर में नौ विकेट पर 200 रन ही बना सका। भारत की ओर से संदीप शर्मा, रविकांत सिंह और हरमीत सिंह को दो-दो विकेट मिले। आॅस्ट्रेलिया ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका को चार विकेट से हराकर फाइनल में जगह पक्की की है। खेल ऐसा क्षेत्र है जहां हम अपनी टीम भावना और हिम्मत का शानदार प्रदर्शन करते हैं। भारत ने क्वार्टर फाइनल मे रोमांचक तरीके से चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के एक विकेट से हराया था। भारतीय टीम तीसरी बार इस खिताब पर कब्जा करने उतरेगी। भारत ने 1999-2000 मे श्रीलंका को हराकर पहली बार यह खिताब जीता था। इसके बाद 2007-08 में खिताबी जीत हासिल की थी। उससे पहले, भारत को 2005-06 में पाकिस्तान के हाथों फाइनल में हार मिली थी। इस जीत में भारतीय गेंदबाजों ने गजब की गेंदबाजी का प्रदर्शन किया था। न्यूजीलेंड के बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए तरसा दिया।  रविवार को फाइनल मुकाबला है। टीम को अपनी खेल भावना और टीम स्पिरिट का शानदार प्रदर्शन करना होगा। खेल का अर्थ है जीत के लिए सबसे अच्छा प्रदर्शन करना। रविवार को यही जीत का राज होगा।




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